पंजाब-हरियाणा में लगातार पराली जलाने की घटनाएं हो रही हैं। हरियाणा में 46 पराली जलाने की घटनाएं हुईं, जबकि पंजाब में 1271 घटनाएं हुईं। पिछले पांच दिनों में राज्य में एक हजार से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं। पंजाब में अब तक 32 हजार पराली जलाने के मामले दर्ज किए गए हैं।
दिवाली के चार दिन बाद भी प्रदूषण हरियाणा के शहरों में कम नहीं हुआ है। 15 शहरों (रोहतक-फरीदाबाद समेत) का वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब या खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है। नारनौल, फरीदाबाद और रोहतक का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से अधिक था, वहीं बाकी शहरों का AQI 300 से अधिक था।
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी राहत की उम्मीद नहीं है। हवा कुछ दिन कमजोर रहेगी। इसके बाद यह तेजी से हो सकता है। हवा की दिशा में परिवर्तन ही प्रदूषण को कम कर सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण ने बताया कि नारनौल हरियाणा का सबसे प्रदूषित शहर था। एक्यूआई 435 रिकॉर्ड किया गया था। फरीदाबाद में 424, रोहतक में 409, भिवानी में 386, बहादुरगढ़ में 371, गुरुग्राम में 363, हिसार में 360 और बल्लभगढ़ में 355।
अगले हफ्ते बारिश की कोई उम्मीद मौसम विभाग ने नहीं की है। इसे हवा की गति और दिशा बदलने से राहत मिल सकती है। अगले दिनों पुरवाई हवा चल सकती है। इससे प्रदूषण के कणों को कुछ बचाया जा सकता है।
हरियाणा में 46 जगह जली पराली
पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं लगातार हो रही हैं। हरियाणा में 46 पराली जलाने की घटनाएं हुईं, वहीं पंजाब में 1271। पिछले पांच दिनों में पंजाब में एक हजार से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं। अब तक पंजाब में ३२ हजार मामले पराली जलाने के दर्ज किए गए हैं। अब तक दो हजार मामले दर्ज किए गए हैं। कृषि विभाग का कहना है कि अगले हफ्ते तक हरियाणा में पराली जलने की घटनाएं कम हो जाएंगी।
कहां कितना रहा प्रदूषण
नारनौल 435
फरीदाबाद 424
रोहतक 409
बहादुरगढ़ 371
बल्लभगढ़ 355
भिवानी 386
चरखीदादरी 336
धारूखेड़ा 322
फतेहाबाद 328
गुरुग्राम 363
हिसार 360
जींद 335
कैथल 306
मानेसर 351
सोनीपत 349