ताजा खबरें

    Bhiwani: पुरानी रंजिश में युवक को मारी गोली, एक साल पहले भी हुआ था हमला, जमानत पर बाहर आए थे आरोपी

    Bhiwani पुरानी रंजिश में युवक को मारी गोली, एक साल पहले भी हुआ था हमला, जमानत पर बाहर आए थे आरोपी

    Bhiwani: ठीक एक साल पहले भी इसी युवक को गोली मारकर मारने की कोशिश की गई थी। उसके पैर में उस समय गोली लगी थी। यह सदर पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया था। जिसमें आरोपियों को जेल में डाला गया था, जमानत पर आने के बाद आरोपियों ने फिर से एक युवक की हत्या की कोशिश की है।

    तीन युवकों ने भिवानी के गांव तालु में मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे एक पुराने विवाद के चलते बाइक पर एक युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। युवक की कमर में गोली लगी। बाद में उसे नागरिक अस्पताल भेजा गया, जहां आरोपी मौके पर ही अपनी बाइक छोड़कर भाग गए।

    ठीक एक साल पहले भी इसी युवक को गोली मारने की कोशिश की गई थी। Hindi में-पेंपी सदर पुलिस थाना ने मामला दर्ज किया। जमानत पर आने के बाद आरोपियों ने एक बार फिर एक युवक की हत्या की कोशिश की है। यद्यपि, घटनास्थल पर सदर पुलिस की एक टीम ने पहुंचकर दोषियों की बाइक और गोलियों के खाली खोल बरामद किए हैं।

    तालू गांव के इंद्र ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे उसका बेटा अमरजीत उर्फ काला, ३० वर्ष, अपने ताऊ की बैठक में बैठा था। उस समय बाइक पर सवार तीन आरोपी वहां पहुंचे और अमरजीत पर गोली चला दी। अमरजीत ने बचाव करते हुए गोली लगी।

    गोली चलने की आवाज सुनकर परिवार के अन्य लोग वहां पहुंचे, तो आरोपी हड़बड़ी में अपनी बाइक भी वहीं छोड़कर पैदल भाग खड़े हुए। इंद्र ने बताया कि आरोपियों में से एक का नाम आनंद था। करीब एक साल पहले भी उसने अमरजीत को गोली मार दी थी। अमरजीत के पैर में उस समय गोली लगी थी और उसका बहुत दिनों तक उपचार हुआ था।

    बाद में आरोपियों पर हत्या प्रयास का केस दर्ज हुआ। जिसमें वे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल में डाले गए। Indra ने बताया कि आरोपी हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आए हैं। उसके बेटे को फिर से मारने की कोशिश हुई है। इंद्र ने कहा कि वारदात के बाद दोषी को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई, लेकिन वे अपनी बाइक छोड़कर भाग गए। डॉयल 112 और मुंढाल पुलिस चौकी पर फोन किया, लेकिन करीब एक घंटे तक कोई मदद नहीं मिली। गोली लगने से घायल अमरजीत को बाद में नागरिक अस्पताल लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे वहाँ से रोहतक पीजीआई रेफर किया गया है।

    Visited 1 times, 1 visit(s) today

    प्रातिक्रिया दे

    आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *