भोपाल के पत्रकार राजकुमार केसवानी ने दो साल पहले अपने समाचार पत्र “रपट” में तीन शीर्षक छापे: “बचाइए हुजूर इस शहर को बचाइए”, “ज्वालामुखी के मुहाने बैठा भोपाल” और “ना समझोगे तो आखिर मिट जाओगे”। केसवानी ने दो साल पहले कोरोनावायरस की महामारी का सामना नहीं कर पाया और मर गए। नौ साल पहले, उनकी अनथक प्रयासों पर एक फिल्म भी बनाई गई, भोपाल: ए प्रेयर फॉर रेन। ये फिल्म भी सिनेमा प्रेमियों ने देखी। नेटफ्लिक्स पर वेब सीरीज “द रेलवे मेन” का प्रसारण मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के ठीक अगले दिन हुआ है। नेटफ्लिक्स ने भी इसे मतदान से पहले नहीं जारी करने का साहसिक निर्णय लिया, क्योंकि इस श्रृंखला में सब कुछ है जो मध्य प्रदेश की राजनीति को बदल सकता था।
कुछ ऐसी है ‘द रेलवे मैन’ की कहानी
कहानी की शुरुआत यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री से होती है, जो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बस्ती के किनारे बनी है। पूरी कहानी लेखक केसवानी (सन्नी हिंदुजा) के नजरिए से दिखाई जाती है। फैक्ट्री में गैस लीक होने से दो साल पहले एक कर्मचारी मर जाता है। पत्रकार केसवानी (सन्नी हिंदुजा) उसी की जांच कर रहे हैं, और जब प्रशासन इस बारे में जानता है, वह उनके निशाने पर आ जाता है। भोपाल स्टेशन मास्टर (के के मेनन) अपने बेटे को रेलवे में लगवाना चाहते हैं, लेकिन वह यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री में काम करना चाहता है। रेलवे में अपने बेटे (बाबिल खान) की नौकरी मिलने से एक विधवा मां खुश होती है। वहीं, एक लुटेरा (दिव्येंदु) भोपाल स्टेशन की तिजोरी से करोड़ों रुपये लूटने के लिए आता है। तभी भोपाल में गैस लीक हो जाती है और कोई भी कुछ नहीं समझता। सड़कों पर एक के बाद एक लोग मर रहे हैं। जब सांस लेना मुश्किल हो जाता है, तो क्या होता है? आपको इसे जानने के लिए वेब सीरीज देखनी होगी।
सीरीज की सबसे खूबसूरत चीज
रेलवे मैन की सबसे सुंदर बात इसकी कहानी है। हम भोपाल गैस दुर्घटना से पहले से ही परिचित हैं। लेकिन हमें सिर्फ यह पता है कि भोपाल, मध्य प्रदेश में एक जहरीली गैस लीक हुई थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी। हम, हालांकि, इस घटना से सिर्फ हजार लोगों की मौत क्यों हुई? पूरे भोपाल पर इसका प्रभाव क्यों नहीं पड़ा? बाकी लोगों का बचाव कैसे हुआ? मदद के लिए कौन पहुंचा? लेकिन इस वेब श्रृंखला में इन सभी सवालों के उत्तर दिए गए हैं, और यही इस श्रृंखला की सबसे सुंदर बात है।
कलाकार
दमदार कहानी और उत्कृष्ट कलाकारों के बिना वेब सीरीज का मनोरंजन कम हो जाता है। लेकिन रेलवे मैन की कहानी और लेखक दोनों अच्छे हैं। बाबिल खान, के के मेनन, आर माधवन, दिव्येंदु और सन्नी हिंदुजा इसमें शामिल हैं। आर माधवन और के के मेनन ने इस बार भी दिल जीत लिया। दोनों ने अपनी अभिनय की वजह से इस वेब सीरीज में नाम कमाया। बाबिल को देखना सबसे अधिक हैरान करता था। अक्सर कहा जाता है कि बाबिल में एक चिंगारी है। ये चिंगारी इस बार भी देखने को मिली। इरफान खान को अपने बेटे की ऐसी परफॉर्मेंस देखने का अवसर मिलता। सन्नी हिंदुजा की बात क्या है? संदीप भैया के बाद, उन्होंने लोगों को याद रखने के लिए एक और किरदार दिया है।
वेब सीरीज की टाइमिंग
वेब शो के निर्देशक शिव रवैल ने कलाकारों और कहानी के साथ लाजवाब मैजिक बनाया है। शानदार टाइमिंग, मनोरंजक कहानी, उत्कृष्ट अभिनेता, बेहतरीन बैकग्राउंड म्यूजिक और अद्भुत डायलॉग्स इस वेब सीरीज को देखने के बाद आप रो भी जाएंगे और रो भी जाएंगे। टकराव ऐसा बना रहेगा कि आप उठ नहीं पाएंगे। यह वेब सीरीज सिर्फ चार एपिसोड की है, जो अविश्वसनीय है। यह कहानी लंबी या छोटी नहीं है। सब कुछ बिल्कुल सही है।
‘द रेलवे मेन’ की सियासी अंतर्धारा
ये थी एक वेब सीरीज। लेकिन इस श्रृंखला का अपना अलग अंतर्दृष्टि भी है। राजीव गांधी को टीवी पर कहते दिखना कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है और दंगाइयों का हमला ट्रेन पर सिखों की तलाश में होता है, सीरीज का बड़ा संकेत है। यह भी एक संकेत है कि तत्कालीन रेल मंत्री के दफ्तर में जो कुछ हुआ, वह आम नहीं था। वास्तविकता: भोपाल में रिसी गैस के प्राणनाशक होने का पता लगाने वाले जर्मन वैज्ञानिक का सौभाग्य से भारत आना और इस गैस को कम करने की दवा को भोपाल में लाने की उनकी कोशिश असफल होना।
उस समय की कांग्रेस सरकार ने रेल मंत्री को बदलने के तुरंत बाद भी, कंपनी के संचालन के लिए जिम्मेदार लोगों को कटघरे तक पहुंचाने का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। मामला राजनीतिक है, इसलिए नेटफ्लिक्स प्रबंधन ने इसे मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के बाद जारी करने का निर्णय भी राजनीतिक है; मतदान के बाद, वे इसकी रिलीज की तारीख निर्धारित करने के लिए शाबासी के हकदार हैं।
देखें या नहीं देखें?
भविष्य में भोपाल गैस त्रासदी की तरह किसी भी भविष्य की दुर्घटना से कैसे बचना चाहिए? राहत मिलने तक लोगों को कैसे संभालना चाहिए? ये सब जानने के लिए आप इन वेब सीरीज को देखना चाहिए। आप इस वेब सीरीज को बिंज पर वीकेंड पर देख सकते हैं अगर आप अच्छा कंटेंट देखना चाहते हैं। लेकिन आप इस वेब सीरीज को छोड़ सकते हैं अगर आप नहीं चाहते हैं।